रिपोर्ट : अमन सिंह
सिंगरौली | 01 दिसंबर 2025
बगदरा क्षेत्र में विकास कार्यों की रफ्तार को लेकर कलेक्टर गौरव बैनल का तेवर एक बार फिर सख़्त दिखा। मंगलवार को किए गए औचक निरीक्षण में ग्राम पंचायत द्वारा 10 लाख रुपये की लागत से बनाए जा रहे सलिवहा तालाब निर्माण की स्थिति बेहद धीमी और असंतोषजनक पाई गई। जमीन पर कम प्रगति और कागज़ों में अधिक भुगतान देखकर कलेक्टर ने पंचायत अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि सार्वजनिक धन की लापरवाही अब किसी भी हाल में स्वीकार नहीं होगी।
कागजों पर 20 हजार का भुगतान, मैदान में काम गायब
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पंचायत द्वारा मस्टर रोल के माध्यम से 20,000 रुपये का भुगतान पहले ही किया जा चुका है, लेकिन वास्तविक कार्य इसकी तुलना में काफी पीछे है।
कलेक्टर बैनल ने इस असंगति पर नाराजगी जताते हुए कहा कि “ग्रामीण विकास कार्यों में पारदर्शिता सबसे आवश्यक है। जो काम होना चाहिए, वही जमीन पर दिखना चाहिए।”
एक सप्ताह में जांच प्रतिवेदन का आदेश
कलेक्टर ने मौके पर ही निर्देश दिए कि
- जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मान सिंह सैयाम
एक टीम गठित करें, - और एक सप्ताह के भीतर विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
यह निर्देश साफ संकेत देता है कि प्रशासन अब अधूरे, धीमे या कागज़ों तक सीमित कार्यों पर कड़ी निगरानी रखने जा रहा है।
टीम के साथ किया विस्तृत निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान
- उपखंड अधिकारी चितरंगी सौरभ मिश्रा,
- एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मान सिंह सैयाम
मौजूद रहे।
प्रत्यक्ष रूप से स्थल निरीक्षण करने से यह स्पष्ट हुआ कि तालाब निर्माण कार्य अपेक्षित गति से नहीं चल रहा।
पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
कलेक्टर के इस सख़्त रुख को ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, पारदर्शिता और समय-सीमा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे पंचायतों में जवाबदेही तय होगी और जनता का विश्वास भी बढ़ेगा।


