अमन सिंह ।
सिंगरौली, 13 दिसम्बर 2025
औद्योगिक विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखने की चुनौती के बीच कलेक्टर श्री गौरव बैनल ने एनसीएल की अमलोरी परियोजना का भ्रमण कर स्पष्ट संदेश दिया कि खनन गतिविधियाँ केवल उत्पादन तक सीमित न रहें, बल्कि सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी के उच्च मानकों पर भी पूरी तरह खरी उतरें।
भ्रमण के दौरान कलेक्टर ने परियोजना अधिकारियों के साथ पर्यावरण संरक्षण, खनन सुरक्षा एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर क्षेत्रीय महाप्रबंधक ने परियोजना की वर्तमान उत्पादन स्थिति, सुरक्षा व्यवस्थाओं तथा अपनाए गए तकनीकी नवाचारों की जानकारी दी।
कलेक्टर ने विशेष रूप से श्रमिकों के अधिकारों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एचपीसी नियमों के अनुरूप वेतन भुगतान, अन्य लाभों और खदान में कार्य के दौरान सुरक्षा उपायों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रमिकों की सुरक्षा और सम्मानजनक कार्य परिस्थितियाँ किसी भी परियोजना की प्राथमिक जिम्मेदारी होती हैं।
खनन के बाद पर्यावरणीय पुनर्स्थापन की दिशा में किए गए प्रयासों पर भी गहन चर्चा हुई। कलेक्टर ने माइनिंग प्लान के अनुरूप खनन पूर्ण होने के पश्चात वन विभाग द्वारा किए गए वृक्षारोपण की जानकारी लेते हुए इसे और प्रभावी तथा दीर्घकालिक बनाने पर जोर दिया। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगाए गए ऑटोमैटिक व्हील वॉशिंग सिस्टम का निरीक्षण कर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण हेतु ऐसे आधुनिक नवाचारों को और व्यापक रूप से अपनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने यह भी रेखांकित किया कि औद्योगिक गतिविधियों का सामाजिक प्रभाव उतना ही महत्वपूर्ण है जितना उत्पादन। उन्होंने सामाजिक नवाचारों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुँचाने की आवश्यकता बताई, ताकि विकास के साथ समाज और प्रकृति दोनों का संरक्षण सुनिश्चित हो सके।
भ्रमण के अंत में कलेक्टर ने खदान के विभिन्न कार्यस्थलों का निरीक्षण कर कार्य प्रक्रियाओं की समीक्षा की और सुरक्षित, पर्यावरण-संवेदनशील एवं सतत विकास को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कुल मिलाकर, यह भ्रमण केवल एक औपचारिक निरीक्षण नहीं, बल्कि इस बात का स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन अब विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और श्रमिक सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। यदि इन निर्देशों का प्रभावी क्रियान्वयन होता है, तो अमलोरी परियोजना क्षेत्र के लिए यह संतुलित और जिम्मेदार विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।






