Delhi, India - November 21, 2017: Heavy traffic on the streets of New Delhi in New Delhi covered in heavy smog.
दिल्ली-NCR में एक बार फिर वायु गुणवत्ता गिरने के बीच एक सकारात्मक पहलू यह उभरकर सामने आया है कि प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सरकारी एजेंसियों और जनता, दोनों की सक्रियता पहले की तुलना में कहीं अधिक बढ़ गई है। जैसे ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने कई इलाकों में AQI के 300 से ऊपर जाने के आंकड़े जारी किए, विभिन्न विभागों ने तुरंत राहत के उपायों की रफ़्तार बढ़ा दी है।
सरकार और एजेंसियों ने युद्धस्तर पर तेज़ किए कदम
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार, नगर निगम, पर्यावरण विभाग और ट्रैफिक पुलिस ने मिलकर कई कदम उठाए हैं—
- सड़क सफाई और वॉटर स्प्रिंकलिंग की संख्या बढ़ाई गई। खासकर उन इलाकों में जहां धूल की समस्या अधिक है, वहां एंटी-स्मॉग गन की तैनाती बढ़ाई गई है।
- निर्माण कार्यों पर निगरानी और कड़े नियम: बड़े निर्माण स्थलों पर धूल-नियंत्रण नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए अतिरिक्त टीमों की नियुक्ति की गई है।
- प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर बढ़ी कार्रवाई: पुराने डीज़ल वाहनों और बिना PUC वाले वाहनों पर त्वरित चालान और जब्ती की कार्रवाई तेज़ की गई है।
- ग्रीन वार रूम सक्रिय: रियल-टाइम प्रदूषण मॉनिटरिंग को लेकर ग्रीन वार रूम 24×7 मॉनिटरिंग मोड पर काम कर रहा है।
इन सभी कदमों का उद्देश्य हवा में मौजूद PM2.5 और PM10 कणों को कम करना और अगले कुछ दिनों में AQI में सुधार लाना है।
लोगों में जागरूकता—सबसे बड़ा सकारात्मक बदलाव
प्रदूषण स्तर बढ़ने के साथ इस बार जनता में जागरूकता और भागीदारी भी स्पष्ट रूप से बढ़ी है।
- कई परिवारों ने गाड़ियों का उपयोग कम कर कार-पूलिंग या पब्लिक ट्रांसपोर्ट अपनाया है।
- घर–ऑफिस में एयर प्यूरीफायर, खिड़कियों पर फ़िल्टर और एंटी-पॉल्यूशन मास्क का उपयोग बढ़ा है।
- RWAs और सोसाइटीज़ ने अपने स्तर पर हरित क्षेत्र, इनडोर पौधों और धूल कम करने के उपाय शुरू किए हैं।
पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि जब जनता और प्रशासन साथ मिलकर काम करते हैं, तब हवा का स्तर तेज़ी से सुधरता है।
मौसम में बदलाव से भी राहत की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आने वाले दिनों में हवा की रफ्तार बढ़ने की संभावना है।
जैसे-जैसे हवा तेज़ चलेगी, प्रदूषण के सूक्ष्म कण वातावरण में फैलेंगे और AQI में गिरावट संभव है।
इससे लोगों को सांस लेने में होने वाली मुश्किलों में भी कुछ राहत मिल सकती है।
अगले हफ्ते तक सुधार की उम्मीद
विशेषज्ञों का अनुमान है कि
- लगातार उठाए जा रहे कदम,
- बढ़ती जागरूकता,
- और मौसम में आने वाले बदलाव
के चलते अगले कुछ दिनों में दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिल सकता है।



