अमन सिंह। सिंगरौली
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत स्वीकृत निर्माण कार्यों में लगातार लापरवाही और निर्धारित समय-सीमा में प्रगति न होने को जिला पंचायत प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। पुराने वित्तीय वर्षों के अपूर्ण कार्यों के पूर्णता प्रमाण पत्र जारी न करने तथा जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों को समय पर पूरा न कराए जाने पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जगदीश कुमार गोमे ने कड़ा रुख अपनाया है।
सीईओ गोमे द्वारा जनपद पंचायतों में पदस्थ कुल 24 उपयंत्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि कार्यों में अपेक्षित प्रगति न लाने को गंभीर लापरवाही माना जाएगा। साथ ही चेतावनी दी गई है कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने की स्थिति में संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
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इन उपयंत्रियों को जारी हुआ नोटिस
जनपद पंचायत बैढ़न
चन्दन सिंह
जोर सिंह
राकेश शाह
संजय वर्मा
अवधेश शर्मा
ऋतुराज शुक्ला
सोनल श्रीवास्तव
रविंद्र चड़ार
रंजीत कुमार
जनपद पंचायत देवसर
अभिषेक विश्वकर्मा
सतीश पटेल
विनोद मिश्रा
विवेक कृष्ण तिवारी
राजकुमार द्विवेदी
सुमित वर्मा
जनपद पंचायत चितरंगी
अम्बिका मिश्रा
ओम प्रकाश सिरोठिया
तोषण सिंह
रवि प्रकाश सिंह
संजय सिंह
रजनीश जयसवाल
संजय ताम्रकार
मुकेश पटेल
मनोज वर्मा
प्रशासन का स्पष्ट संदेश
जिला पंचायत प्रशासन ने दो टूक कहा है कि मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजना में किसी भी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं है। समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से कार्य पूर्ण कराना संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है। इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जिला पंचायत की इस सख्ती से मनरेगा कार्यों में गति आने और लंबित कार्यों के शीघ्र पूर्ण होने की उम्मीद जताई जा रही है।






