भोपाल | स्वास्थ्य डेस्क
छुहारा आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण पोषक आहार माना जाता है। सर्दियों के मौसम में इसका सेवन विशेष रूप से लाभकारी होता है। खासतौर से शारीरिक या मानसिक कमजोरी को दूर करने में छुहारे का इस्तेमाल होता आया है। सर्दियों के मौसम में तो छुहारे का सेवन और भी बढ़ जाता है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। ऐसे में ये शरीर को अंदर से गर्म बनाए रखता है, साथ ही कमजोरी, थकान और पाचन जैसी कई समस्याओं से निजात दिलाता है।लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि काले छुहारे ज्यादा फायदेमंद हैं या पीले छुहारे? इस पर आयुर्वेदिक चिकित्सक ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। हालांकि बाजार में दो तरह के छुहारे आते हैं, एक काले रंग वाले और दूसरे हल्के पीले रंग वाले। अक्सर लोगों में ये कन्फ्यूजन बनी रहती है कि दोनों में भला फर्क क्या है और सेहत के लिए कौन से छुहारे ज्यादा फायदेमंद हैं।
आयुर्वेदिक डॉक्टरों के अनुसार, काले छुहारे में आयरन, कैल्शियम और फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है। यह खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने, कमजोरी मिटाने और शरीर को ताकत देने में बेहद प्रभावी माने जाते हैं। विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं, वृद्धजन और शारीरिक कमजोरी से जूझ रहे लोगों के लिए काले छुहारे अधिक लाभकारी होते हैं। दरअसल जब खजूर पेड़ पर नेचुरल तरीके से अच्छी तरह पक जाता है, तब उसका रंग गहरा काला हो जाता है, जिसे काले छुहारे के नाम से जाना जाता है।
वहीं दूसरी ओर, पीले छुहारे पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक होते हैं। इनमें प्राकृतिक शर्करा होती है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। पीले छुहारे वजन बढ़ाने, भूख बढ़ाने और शारीरिक थकान दूर करने में मददगार होते हैं। पीला छुहारा देखने में भले ही ज्यादा अच्छा और साफ सुथरा लगता है, लेकिन काले छुहारे की तुलना में ये कहीं ना कहीं काफी पीछे है। दरअसल इसका रंग हल्का हो इसलिए होता है, क्योंकि इन्हें पकने से पहले ही तोड़ लिया जाता है। कई बार तो इन्हें गर्म पानी या चाशनी वाले गर्म पानी में भी उबाला जाता है, ताकि ये खाने लायक हो सकें।
कैसे करें सेवन?
आयुर्वेदिक चिकित्सकों का कहना है कि छुहारे को रात में पानी या दूध में भिगोकर सुबह सेवन करना सबसे अधिक लाभकारी होता है। इससे शरीर को भरपूर पोषण मिलता है और पाचन भी बेहतर रहता है। वहीं अगर डबल फायदे चाहिए तो दूध में उबालकर इसका सेवन करें। इससे दूध के पोषक तत्व भी छुहारे के साथ शामिल हो जाएंगे।
निष्कर्ष
यदि आप खून की कमी, कमजोरी या हड्डियों को मजबूत करना चाहते हैं तो काले छुहारे बेहतर विकल्प हैं। वहीं तुरंत ऊर्जा और बेहतर पाचन के लिए पीले छुहारे का सेवन फायदेमंद माना जाता है। हालांकि, किसी भी प्रकार के नियमित सेवन से पहले अपनी शारीरिक प्रकृति के अनुसार आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेना उचित रहेगा।





