रिपोर्ट: अमन सिंह
सिंगरौली। सोशल मीडिया पर सिंगरौली जिले का एक चौंकाने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें नदी के बीचों-बीच पोकलेन मशीन धड़ल्ले से रेत निकालती साफ देखी जा सकती है। वीडियो को जिला पंचायत सदस्य अशोक सिंह पैगाम ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर साझा करते हुए अवैध रेत उत्खनन को लेकर प्रशासन पर गंभीर सवाल उठा दिए हैं।
पैगाम ने पोस्ट में लिखा—
“सिंगरौली का पूरा सिस्टम बालू माफियाओं ने हैक कर लिया है। नदियों का दोहन कर जल-जीव खत्म किए जा रहे हैं, जबकि जियावन पुलिस कार्रवाई करने में असमर्थ है। सबका महीना फिक्स है, इसलिए कार्रवाई नहीं होती।”
वीडियो में जो पोकलेन मशीन दिख रही है, उसे एक ग्लोबल कंपनी की बताई जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी के ठीक बीच मशीनों की आवाजाही और बेधड़क रेत उत्खनन से नदी की धारा, जलस्तर और पर्यावरण पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
इधर खनिज विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं—
ग्रामीणों का आरोप है कि लगातार शिकायतों के बावजूद विभाग के अधिकारी मौके पर पहुँचने की ज़रूरत ही नहीं समझते। उनकी चुप्पी और कथित मिलीभगत से माफियाओं के हौसले और बढ़ गए हैं।
जियावन क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन कोई नई बात नहीं, लेकिन जिले के चुने हुए प्रतिनिधि द्वारा वीडियो साझा किए जाने के बाद मामला एक बार फिर जोरदार तरीके से सुर्खियों में आ चुका है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिक गई हैं कि वायरल वीडियो के बाद प्रशासन क्या कदम उठाता है—
कार्रवाई होगी… या फिर मामला एक बार फिर फाइलों में दबकर रह जाएगा?






